अफसोस

अफसोस

ज़माना दुश्मन होता तो टकरा जाता |
मगर अफसोस तुमने भी ,
कोई इशारा ना किया |

दिल और दिमाग

दिल और दिमाग

दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो.